बस एक साँस: अमीर लोग फेंफड़ों को साफ करने की दवाई क्यों जोड़ कर रख रहे हैं
श्वसन तंत्र को ठीक और उसकी शुद्धि करने के लिए बनाए गए नए कैप्सूल Pine Pollen की मांग क्वारंटाइन के बाद चीन में बहुत तेजी से बढ़ी है। अब इस पर किए कड़े परीक्षण पूरे हो गए हैं और यह हमारे देश में बिक्री के लिए उपलब्ध है।
" Pine Pollen 100% देवदारू पेड़ की छाल के सत्त से बनाई जाती है जो नेसोफ़ेरिंक्स, ब्रांकाई और फेंफड़ों के लिए सबसे शक्तिशाली प्राकृतिक फ़िल्टर है। देवदारू पेड़ की छाल में प्रचुर मात्रा में डी-गेलेक्ट्यूरॉनिक एसिड, पाईसीनोजीनॉल और रेस्वेराट्रोल पाए जाते हैं। ये घटक न सिर्फ श्वसन तंत्र को वापस ठीक करके इंफ्लुएंजा और सार्स की रोकथाम करते हैं, इनसे रोग प्रतिरोधी क्षमता मजबूत होकर ह्रदय और रक्त कोशिकाओं को भी बल मिलता है।"
ये कैप्सूल रोज 30 दिन तक लेने की सलाह डी जाती है। विशेषज्ञ कहते हैं कि Pine Pollen का एक कोर्स एक महीने तक नेबुलाइजर इन्हेलेशन इलाज के बराबर होता है।
देवदारू छाल में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट और पॉलीफ़ीनोल फेंफड़ों से निकोटीन की सफाई करते हैं जो धूम्रपान करने वालों के लिए बहुत लाभदायक होता है। ये धूल, वायरस और भारी धातुओं से भी बचाते हैं।
क्वारंटाइन के बाद चीन में Pine Pollen की मांग अत्यधिक बढ़ गई थी क्योंकि लोग महामारी से बहुत डरे हुए हैं। इस प्रोडक्ट की बिक्री 30 लाख डॉलर तक पहुँच चुकी है। ये कैप्सूल अमीर और तथाकथित "उच्च माध्यम वर्ग" में बहुत लोकप्रिय हो रहे हैं।
भारत में Pine Pollen इसे बनाने वाली कंपनी की वेबसाइट पर उपलब्ध है। अब इसे 50% डिस्काउंट पर दिया जा रहा है क्योंकि देश में वायरस फैलने का खतरा बढ़ गया है